सफलता को समझना
सफलता क्या है?
हममें से हर किसी के एक निजी परिभाषा होती है। धरती पर लगभग 95 प्रतिशत लोग गरीब हैं, और उनमें से ज्यादातर बहुत ही गरीब हैं।
खेती के लिए थोड़ी भूमि हासिल करना, उचित वेतन वाली कोई नौकरी पा लेना, और बच्चों का ठीक ठाक पालन-पोषण करते हुए उन्हें बड़ा करने के लिए पर्याप्त कमाने का तरीका खोज लेना ही ऐसे परिवार के किसी सदस्य के लिए सफलता हो सकती है।
हमारी संस्कृति में, तथा विश्व के अनेक औद्योगीकृत देश में सफलता को प्राय। भैतिक समृद्धि और प्रसिद्धि से जोड़कर देखा जाता है। संपन्न और प्रसिद्ध लोगों की जीवनशैली की झलकें हमारे अहसासों पर असर करती हैं और हम सतही मूल्यों को असली उपलब्धियों से जोड़ने के लिए प्रेरित होते हैं। 20वीं शताब्दी के एक दार्शनिक अर्ल नाइटिंगेल ने अपनी क्लॉसिक ऑडियो रिकार्डिंग दि स्ट्रैंजेस्ट सीक्रेट में सफलता की एक बहुत सार्थक परिभाषा दी है: 'सफलता , एक योग्य (उचित) आदर्श का क्रमिक रूप से साकार होना है।' इसका अर्थ है कि जब हम किसी ऐसी दिशा में कार्य करते या बढ़ते हैं जो हम प्राप्त करता चाहते हैं, विशेषकर जब वह कुछ हमें मानवीय जगत में सम्मान और गरिमा दिलाने वाला हो, तो हम सफल हो रहे होते हैं। इसका प्रतिभा, बुद्धिमत्ता, आयु, लिंग, मूलस्थान या जन्म से कोई लेना-देना नहीं है। इसका अर्थ प्रसिद्ध हस्ती, महापुरूष या टाइकून होना नहीं है।
सफलता
जीवनपर्यन्त की संतुष्टि, जो आपके कार्य व निजी जीवन में सार्थकता का तत्व सृजित करने से आती है। तो, सफलता क्या है? इस tutorial में सफलता का आर्थ जीवनपर्यन्त की निजी संतुष्टि से लिया गया है। निजी संतुष्टि आपके कार्य और जीवन में सार्थकता के तत्व सृजित करने से आती है। इस प्रकार की सफलता, किसी अन्य द्वारा प्रदान की गई नहीं होती और किसी अन्य द्वारा छीनी भी नहीं जा सकती। इसके लिए जोखिम उठाने, चुनौतियों से पार पाने, और आपके सर्वोत्तम संसाधनों का आपकी पूरी क्षमता से उपयोग करने की आवश्यकता होती है।
सफलता एक सफर है, मंजिल नहीं है। सफलता एक प्रक्रिया है, स्थिति नहीं है। आप सफलता पर नहीं पहुंच सकते। आप रोजाना सफलतापूर्वक जीते रह सकते हैं। अपने अंदर झांकना, अपने मूल्यों पर विचार करना, और आपके लिए सर्वाधिक जीवन-पथ पर आगे बढ़ना इसमें शामिल है।
सफलता के तत्व
जीवनपर्यन्त सफलता के कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं, जिन सबके बारे में आप इस tutorial में सीखेंगे। आत्म-जागरूकता, सबसे पहला महत्वपूर्ण तत्व है। आत्म-दिशा, आत्म-प्रतिष्ठा, आत्म-अनुशासन और आत्म-प्रेरणा, आत्म-जागरूकता से निकट संबंधित चीजें हैं जो आपको आपके लक्ष्यों और सपनों की दिशा में चलने के लिए प्रेरित करने वाले साधन हैं। आपका दृष्टिकोण भी सफलता का एक महत्वपूर्ण तत्व है, सकारात्मक सोच से आपको चीजों की सही नजरिए से देखने और कठिन परिस्थितियों से पार पाने में मदद मिलती है। अंत में, दूसरों से सकारात्मक संबंध बनाए बिना कोई वास्तविक सफलता संभव नहीं है।
आइए सफलता के इन प्रमुख तत्वों पर विचार करें।
आत्म-जागरूकता
अपने निजी मूल्यों, निजी गुणों, कौशलों और रुचियों को पहचानना और उन्हें महत्व देना ही आत्म-जागरूकता है। यह समझता कठिन होता है कि आप वास्तव में अपने जीवन में क्या चाहते हैं। सफल लोग, अपने अंदर आत्मविश्वास जगाने और अपने सपनों का पीछा करने का साहस जुटाने के लिए आत्म-जागरूकता का प्रयोग करते हैं। वे अपने विचारों, अहसासों और कार्यों को समझने तथा दूसरों से बेहतर जुड़ने के लिए भी आत्म-जागरूकता का उपयोग करते हैं।
आत्म-प्रतिष्ठा
आत्म-प्रतिष्ठा, खुद को एक अद्वितीय व्यक्ति के रूप में मुल्यवान मानना, सफलता का एक अन्य आधार है। आत्म-प्रतिष्ठा से लोगों को आपने सपनों और लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ने तथा तब भी चजने रहने में मदद मिलती है जब अन्य लोग उनकी आलाचना कर रहे हों या आड़े आ रहे हों। इससे उनको यह विश्वास करने में भी मदद मिलती है कि वे पहली बार सफलता के हकदार हैं।
सकारात्मक सोच
हर कोई अच्छे और बुरे अनुभवों से गुजरता है। बुरे अनुभवों में उलझे रहने के बजाय सफल लोग भावी संभावनाओं पर केंद्रित होना चीचते हैं। वे हिम्मत जुटाने और फिर से कोशिश करने के लिए अपनी विफलताओं को अवसरों की तरह उपयोग करते हैं। प्रत्येक सफल व्यक्ति जन्मजात आशावादी नहीं होता, बल्कि सफल लोग खुद को अपने लक्ष्यों की और ले जाने के लिए सकारात्मक सोच की शक्ति का उपयोग करना सीखते हैं।
सकारात्मक संबंध
सफलता का रहस्य
रिश्तों के लिए सदैव समय निकालें
स्वस्थ और विविधतापूर्ण संबंध, सफल जीवन के लिए अनिवार्य हैं। व्यक्तिगत उपलब्ध्यिों को प्रश्रय देने वाले हमारे जेसे समाज में भी कोई भी दूसरों की सहायता, विचारों, और भावनात्मक सहयोेग के बिना कभी सफल नहीं हो सकता। सबसे प्रसन्न और सबसे संतुष्ट लोग प्राय: वही होते हैं जो उपलब्धियों का ढेर लगाने पर अपनी पूरी उर्जा केंद्रित करने के बजाय अपने जीवन में दूसरों को महत्व देने के लिए भी समय निकालते हैं।
आत्म-अनुशासन
सफलता यूं ही नहीं मिल जाती-इसके लिए प्रयास करने होते हैं। चाहे आपने कितन ही अच्छी योजना बनाई हो, लेकिन अपनी योजनाएं साकार करने के लिए आपको आत्म-अनुशासित होना होता है। सफल लोग अपने जीवन की जिम्मेदारी लेते हैं। चीजें गलत हो जाने पर भी वे बुरी आदतों से कैसे छुटकारा पाएं। समय के साथ, लगातार प्रशिक्षण और अभ्यास से आदतें बदल जाती हैं, जिसके लिए आत्म-अनुशासन पर केंद्रित रहना होता है। वे महत्वपूर्ण ढंग से सोचना, उचित फैसले करनाए और अपने समय व धन का प्रबंधन करने के लिए इन कुशलताओं का उपयोग करना भी सीखते हैं।
सफल कौन है?
सफल लोग अपने जीवन से वह हासिल करते हैं जो वे चाहते हैं। वे ऐसे लक्ष्य तय और हासिल करते हैं जो उनके व दूसरों के लिए लाभप्रद हों। उनको जीवन में सफल होने के लिए भाग्य पर निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं होती, और उन्हें दूसरों की कीमत पर ( अर्थात दूसरों के हक मारकर) सफलता हासिल करने की आवश्यकता नहीं होती। वे अपनी जन्मजात क्षमताओं को उपयोग करके इसे विकसित करते हुए ऐसे उददे्श्य के लिए इसका उपयोग करके सफलता हासिल करते हैं जो उन्हें उनके अपने मानकों के अनुसार सार्थकता का अहसास कराए।
हमारे समाज में, यह सदैव स्पष्ट नहीं हो पाता कि वास्तव में सफल लोग कौन हैं। उदाहरण के लिए मीडिया, प्राय: ऐसे लोगों की बढ़ाई करता है जिन्होंने ढेर सारा पैसा, प्रसिद्धि या शक्ति कभी-कभी लक्ष्यहीनता की अनुभूति की ओर ले जाते हैं।
जिस तरह से सफलता को लेकर हम सबका अपना-अपना नजरिया होता है, उसी तरह इस बारे में भी हमारी अपनी सोच होती है कि कौन सफल है। आपकी निगाह में कौन सफल है ? शक्तिशाली कारोबारी लोग ? फिल्मी सितारे ? नोबल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक ? सहृदय शिक्षक ? समर्पित कारीगर ? समुचित पालन-पोषण करने वाले माता-पिता, रिश्तेदार, शिक्षक या दोस्त। प्राय: हम अपने घनिष्ठ लोगों कि सफलता सराहते हैं क्योंकि उन्होंने हमारे जीवन में एक फर्क उत्पन्न किया होता है और क्योंकि हमें पता होता है कि अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए उन्होंने कितनी रुकावटों का सामना किया।
सफलता और खुशी
खुशी, वास्तविक सफलता का एक महत्वपूर्ण लाभ है। खुशी, ऐसी प्रफुल्ल अवस्था है जो आपके जीवन के सकारात्मक मूल्यांकन से आती है। यह इस बारे में समग्र रूप से अच्छा अहसास होता है कि आप क्या हैं, आप क्या कर रहे हैं और दूसरे लोगों के साथ आपके कैसे रिश्ते हैं। जब आप दैनिक गतिविधियों में रुचि लेते हों, जिस तरह से चीजें घटित हो रहीं हों उसे लेकर उत्साहित हों, और अपने भविष्य के प्रति आशावादी हों, तो आप खुश होते हैं। अभी आप कितने खुश हैं ?
सफल व्यक्ति कौन होता है
जो व्यक्ति अच्छे कर्म अच्छे विचार के साथ अपने जीवन में निरंतर आगे बढ़ते हैंं पुरी निष्ठा के साथ तो वो जरूर सफल होते हैं । वहीं सफल व्यक्ति कहलाते हैं।
सफल कौन है
कामयाबी किसे कहते है
हर लोगों के मन में एक सपना होता है जो हर कोइ पूरा करना चाहता है जो व्यक्ति अपने जीवन में उस सपने को पूरा कर लेता है वही कामयाब इंसान होता है। उसे ही कामयाबी कहते हैं।
No comments:
Post a Comment
if you have any doubts, please let me know